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राजस्थान में भाजपा ने मारी अशोक गहलोत की कांग्रेस में सेंध,दो विधायकों से करवाई क्रॉस वोटिंग

 भादरा खबर:22 जुलाई 2022 हाल ही में सम्पन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के किले में पभाजपा सेंध लगाने में कामयाब रही है। कांग्रेसी खेमे के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। इन विधायकों के नामों का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन एक निर्दलीय और एक सहयोगी दल के विधायक पर शक जताया जा रहा है। image credit: indianexpress.com राजस्थान में भाजपा ने मारी अशोक गहलोत की कांग्रेस में सेंध,दो विधायकों से करवाई क्रॉस वोटिंग राज्यसभा इलेक्शन में कांग्रेस कैंडिडेट को वोट देने के कारण भाजपा से निकाली गई विधायक शोभारानी कुशवाह ने यूपीए कैंडिडेट यशवंत सिन्हा को वोट दिया है। भाजपा ने शोभारानी कुशवाह के बदले कांग्रेसी खेमे से इस बार 2 विधायकों के वोट ले लिए। राष्ट्रपति का चुनाव में जीत दर्ज करने वाली द्रौपदी मुर्मू को राजस्थान से 75 विधायकों के वोट मिले हैं।यशवंत सिन्हा को 123 वोट मिले हैं। कांग्रेसी विधायक भंवरलाल शर्मा और बीटीपी से विधायक राजकुमार रोत ने वोट  नहीं दिया। कुल 200 विधायकों में से कुल 198 विधायकों ने ही वोट दिया था। शोभारान

संजीव बैनीवाल को बदनाम करने की साजिश का हुआ पर्दाफाश,जानकर दंग रह जाओगे

 भादरा खबर:22 जुलाई 2022 आजकल भादरा में एक नया ही घटनाक्रम चल रहा है।गांव चिड़िया गांधी में हुई गौहत्या ने नया राजनीतिक मोड़ ले रखा है।इस घटना के बाद संजीव बैनीवाल को बदनाम करने के लिए एक नई साजिश रची गई है जिसका आज हम पर्दाफाश करने जा रहे है। अड़ो धड़ों संजीव बैनीवाल पर पड़ो,ये है भादरा की घटिया राजनीति जिस दिन यह घटना हुई उस दिन प्रशासन ने गौहत्या को अफवाह तक करार दे दिया।हालांकि इसकी एफएसएल रिपोर्ट के लिए नमूना भेज दिया गया।उस वक्त प्रशासन ने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जैसे वहां गौकसी नही हुई है।यही से विवाद शुरू होता है।उस वक्त पूर्व विधायक संजीव बैनीवाल ने इस मामले एफएसएल जांच की मांग की जो प्रशासन द्वारा मान ली गई।हालांकि तब तक प्रशासन व वर्तमान विधायक के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अफवाह करार देकर बकरा या पाड़ा घोषित कर दिया था।इस दौरान पूर्व विधायक संजीव बैनीवाल दंगा न हो ये सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत रहे।कार्रवाई में ढील भी इसलिए दी गई ताकि मामले की प्रमाणिकता एफएसएल रिपोर्ट आ जाये।इसके साथ उनको यह भी डर था कि कहीं इस रिपोर्ट में विधायक बलवान पूनिया या प्रशासन फेरबदल ना क