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फ़रवरी 6, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वसुंधरा को हटाकर रामसिंह कस्वां को बनाया जा सकता है राजस्थान का मुख्यमंत्री

राजस्थान में हो सकते है रामसिंह कस्वां मुख्यमंत्री राजस्थान में वर्तमान सरकार के प्रति नाराजगी व उपचुनावों में हुई हार के बाद एक खबर यह आ रही है कि वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद से हटाया जा सकता है। सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय हाईकमान ने इसको हरीझंडी दिखा दी है।बताया जा रहा है कि जाटों व ब्राह्मणों की नाराजगी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। सूत्रों के अनुसार जल्द भाजपा करने वाली है ऐलान यह खबर सच है या झूठ यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।मगर यह बात विचारनीय है कि वसुंधरा राजे की सरकार से आमजन का विश्वास उठ गया है।यहां तक कि राजपूत भी खुश नही लग रहे है।अतः आने वाले विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा को अपनी साख रखनी है तो कई कठोर कदम उठाने पड़ेंगे। मुख्यमंत्री की दावेदारी में जाट नेता रामसिंह कस्वां सबसे आगे चल रहे है।उनके अलावा अर्जुनसिंह मेघवाल,राज्यवर्धनसिंह राठौड़ भी इस दौड़ में शामिल है। मौजूदा सरकार से नाखुश है जाट व ब्राह्मण आज की इस वसुंधरा सरकार से जाट व ब्राह्मणों की नाराजगी साफ जाहिर है।इसी नाराजगी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय हाईकमान ने इसे हरी झंडी दिखाई है। हो सक

वसुन्धरा सरकार ने दी "रीट" परीक्षार्थियों के लिए बड़ी राहत।

जैसा जी गौरतलब है 11 फरवरी को रीट की परीक्षा होनी है।और हर तरफ से परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होने आएंगे।इसी को मद्देनजर रखते हुए वसुंधरा राजे की बीजेपी की सरकार ने परीक्षार्थियों के लिए एक राहत दी है। रीट के परीक्षार्थी रोडवेज बसों में निशुल्क कर सकेंगें यात्रा। जी हा ये सच है कि रीट की परीक्षा देने वाले प्रतिभागी रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा कर सकेंगे।इसके लिये 11 फरवरी को होने वाली रीट परीक्षा में छात्र अपना प्रवेश पत्र के साथ फ़ोटो युक्त पहचान पत्र, परिचालक को दिखाकर निःशुल्क यात्रा कर सकेंगे। निश्चित रूप से यह वसुंधरा सरकार का युवा वर्ग में अपनी साख रखने के लिए ये फैसला लिया गया है।यह जिस भी मंसूबे के लिए लिया गया फैसला हो मगर रीट की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों के लिए फायदेमंद साबित होगा। कुछ राजनीति विशेषज्ञों का मानना है कि हाल ही में सम्पन्न उपचुनावों में जिस तरह बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी उससे कुछ सबक लेते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है।लेकिन जो भी हो हम तो यही कहेंगे कि इससे मध्यम व गरीब वर्ग के परीक्षार्थियों को काफी सहायता मिलेगी। ऐसी ही राजस्थान व रा