बाबा राम रहीम के बाद जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो है उनकी दत्तक पुत्री हनिप्रीत।जब बाबा को अदालत ने दोषी करार दिया तब तक हनिप्रीत बाबा के साथ थी यहाँ तक कि दोषी करार दिए जाने के बाद भी जब बाबा को पंचकूला से रोहतक लाया गया तो हनिप्रीत साथ में थी।यानी कि वो भी पुलिस की निगरानी में थी तो उन्होंने साजिश कैसे बनाई होगी?लोगो की जुबां पर एक ही बात है कि हनिप्रीत को फंसाया गया है।जब से वो टीवी पर आई है और उसने सच्चाई बयान की है तब से लोगो की राय बदल गई है और वो भी मानते है कि हनिप्रीत को फंसाया जा रहा है।
हनिप्रीत ने इंटरव्यू में भी कहा था कि उसने सब काम अनुमति से किये है
हनिप्रीत ने सरेंडर करने से पहले दो निजी चैंनलों को इंटरव्यू दिया और बताया कि वह निर्दोष है।उसने बताया कि वह कोर्ट में भी गई है तो उसने अदालत से अनुमति ली है और वह जब बाबा के साथ जेल तक साथ रही तो भी उसने प्रशासन से अनुमति ली थी तो वह साजिश कैसे बना सकती है
यह बात भी विचारनीय है कि बिना सबूत बाप बेटी के रिश्ते को बदनाम किया गया है
हनिप्रीत व राम रहीम के बीच रिश्ते को जिस तरह से दिखाया गया है वह दिखलाता है कि कोई तो साजिश हुई है जो हनिप्रीत को बदनाम करके उसे फंसाया जाये।तो कौन लोग है जो डेरे व राम रहीम के समर्थकों के पीछे पड़े है क्यों बदनाम किया जा रहा है डेरे को इन सवालों के जवाब तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।