भादरा खबर:24 जून
मेलखेड़ा में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित विजय संकल्प सम्मेलन के दौरान हुआ घटनाक्रम रुकने का नाम नही ले रहा है।मंदरूप वर्मा नामक पत्रकार ने भिरानी थाने में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखवाई है।
असल मे पत्रकार मंदरूप वर्मा मामले कि सच्चाई क्या है?
गत 27 मई को पत्रकार मंदरूप ने अपने गांव सूरतपुरा के सरपंच प्रताप बैनीवाल को फोन मिलाया व पानी से सम्बंधित मुद्दा उठाया।इस बातचीत का एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमे साफ साफ दोनों पक्षो को सुना जा सकता है।इस बातचीत में मंदरूप वर्मा खुद अपने पिता समान सरपंच से अभद्रतापूर्ण तरीके से बात कर रहा है।इस ऑडियो में साफ साफ सुना जा सकता है कि पत्रकार मंदरूप सरपंच को ऐसी की तैसी जैसे शब्दों से सम्बोधित कर रहा है।तू तड़ाक की भाषा भी खुद पत्रकार महोदय ही कर रहे है।
खुद ही गाली देकर खुद को दूध का धुला समझ रहे है पत्रकार महोदय
इस ऑडियो में मंदरूप वर्मा खुद गाली निकलते नजर आ रहे है लेकिन वो अपनी लाइव वीडियो में खुद को निर्दोष बता रहे है।इस तरह वो ओछी पत्रकारिता की मिसाल पेश कर रहे है।सरपंच जैसे पद पर विराजमान शख्स को तू तड़ाक व ऐसी तैसी जैसे शब्दो से सम्बोधित करना शर्मनाक है।हालांकि इस ऑडियो में गालियां दोनों तरफ से निकाली गई है मगर शुरुआत में तू व ऐसी तैसी जैसे शब्द खुद मंदरूप बोलते सुनाई दे रहे है।इसी दौरान गाली की क्रिया के बाद सरपंच प्रतिक्रिया में गाली दे रहे है।एक सरपंच जो कि जनता द्वारा चुना हुआ प्रतिनिधि होता है,को गाली देना घोर निंदनीय व अशोभनीय है।
जानबूझकर इस मामले में संजीव बेनीवाल को घसीटा जा रहा है
मंदरूप वर्मा ने 24 जून को अपने समर्थकों संग जिला उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर नामजद लोगो को गिरफ्तार करने की मांग की है।मंदरूप वर्मा के समर्थको में ज्यादातर विधायक बलवान पूनियां के कार्यकर्ता थे।इस मामले के बाद खुद मंदरूप ने स्वीकारा है कि संजीव बैनीवाल ने उन्हें फोन करके मामले को सुलझाने की बात कही है।
तो क्या संजीव बेनीवाल का नाम लेकर मामले को राजनीतिक मोड़ दे रहे है मंदरूप
मंदरूप वर्मा इस समय अपनी पत्रकारिता के नाम से मामले को गलत दिशा में मोड़ने का प्रयास कर रहे है।इस मामले में वो पत्रकारिता व पूर्व विधायक संजीव बेनीवाल का नाम जोड़कर मामले को राजनीतिक मोड़ देने का प्रयास कर रहे है।इस मामले की ऑडियो वायरल होने के बाद भी मंदरूप खुद पर हुए मामले को पत्रकारिता पर हुए हमले से जोड़ रहे है।लेकिन पत्रकार महोदय भूल रहे है की आज का जमाना सोशल मीडिया का जमाना है जहां सच को ज्यादा समय तक दबाया नही जा सकता है।
कॉमरेड समर्थक बिना बात को समझे हवा दे रहे है
इस मामले को लेकर कॉमरेड बलवान पूनियां जो कि वर्तमान विधायक है,के समर्थक पूर्व विधायक संजीव बेनीवाल पर हमलावर हो रहे है।आगे देखना यह होगा कि क्या विधायक बलवान पूनियां इस मामले में पत्रकार का पक्ष लेंगे या निष्पक्ष रहेंगे।