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अगर बलवान पूनियां कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े तो जयदीप डूडी का भविष्य क्या होगा?

 Bhadra news:27 June भादरा विधानसभा क्षेत्र से फिलहाल बलवान पूनियां विधायक है जो कि कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) की टिकट से चुनाव जीते थे।इस बार बलवान पूनियां के कांग्रेस में जाने के आसार नजर आ रहे है।तो आइए आगे जानते है कि अगर वो कांग्रेस में गए तो जयदीप डूडी का भविष्य क्या होगा। संजीव बैनीवाल ने दिया विधायक बलवान पूनिया को बड़ा झटका,जानिए पूरी खबर पूर्व विधायक जयदीप डूडी का भविष्य क्या होगा                             अगर किसी कारणवश कांग्रेस इनको टिकट नही देती है तो इनका राजनीतिक करियर खत्म हुआ समझ सकते है।पिछले विधानसभा चुनाव में इनका चुनाव न लड़ने का फैसला गलत साबित होता नजर आ रहा है।बताया तो यह भी जाता है कि इन्होंने अपने वोटरों को बलवान पूनियां को वोट देने का इशारा दिया था।उस समय इनकी सोच यह थी कि उस समय के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ सुरेश भड़िया को कम से कम वोट मिले।वो इस तरह से कांग्रेस हाई कमान को यह संदेश देना चाहते थे कि सुरेश भड़िया कमजोर प्रत्याशी है। जयदीप डूडी द्वारा कॉमरेड बलवान पूनियां को अंदरखाने समर्थन दिया गया था जिसके कारण बलवान पूनियां चुनाव में विजय

क्या बलवान पूनियां के सामने चुनाव लड़ेंगे बलवान फगेड़िया,जानिए क्या दिया जवाब

 भादरा खबर:25 जून कौन है बलवान फगेड़िया जिनकी इतनी चर्चा रहती है? आज के दिन भादरा तहसील में बलवान पूनियां के बाद बलवान फगेड़िया का नाम आता है।बलवान फगेड़िया जो भादरा के युवाओ में खासे चर्चा में रहते है व भादरा के युवा उन्हें अपना आदर्श मानते है। बलवान फगेड़िया जो प्रधान बनने के प्रबल दावेदार होने के बावजूद उपप्रधान बने हुए है।बलवान फगेड़िया जिसे भादरा में बलवान के बाद कॉमरेडों का भविष्य का नेता माना जा रहा है।आज भादरा लाइव के चर्चित पत्रकार गुलशन जी सोनी ने उनसे करारे सवाल किए जिनके बड़े शानदार जवाब भी मिले।आइये जाने कुछ शानदार सवाल व उनके जवाब क्या बलवान पूनियां के सामने चुनाव लड़ेंगे बलवान फगेड़िया,जानिए क्या दिया जवाब गुलशन सोनी द्वारा किये गए सवालों में सबसे शानदार सवाल यही था कि अगर वर्तमान विधायक बलवान पूनियां आगामी चुनाव में कांग्रेस की तरफ से टिकट मिलता है तो क्या बलवान फगेड़िया सी.पी.एम. की टिकट से चुनाव लड़ेंगे।इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार से उनके अच्छे सम्बन्ध है लेकिन अगर उनके साथ गठबन्धन बनता है तो वो बलवान पुनिया के साथ रहेंगे।इस दौरान गुलशन सोन

भादरा खबर:एक पत्रकार मंदरूप जो खुद गाली देकर इल्जाम संजीव बेनीवाल पर डाल देता है

भादरा खबर:24 जून  मेलखेड़ा में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित विजय संकल्प सम्मेलन के दौरान हुआ घटनाक्रम रुकने का नाम नही ले रहा है।मंदरूप वर्मा नामक पत्रकार ने भिरानी थाने में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखवाई है। असल मे पत्रकार मंदरूप वर्मा मामले कि सच्चाई क्या है?  गत 27 मई को पत्रकार मंदरूप ने अपने गांव सूरतपुरा के सरपंच प्रताप बैनीवाल को फोन मिलाया व पानी से सम्बंधित मुद्दा उठाया।इस बातचीत का एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमे साफ साफ दोनों पक्षो को सुना जा सकता है।इस बातचीत में मंदरूप वर्मा खुद अपने पिता समान सरपंच से अभद्रतापूर्ण तरीके से बात कर रहा है।इस ऑडियो में साफ साफ सुना जा सकता है कि पत्रकार मंदरूप सरपंच को ऐसी की तैसी जैसे शब्दों से सम्बोधित कर रहा है।तू तड़ाक की भाषा भी खुद पत्रकार महोदय ही कर रहे है। खुद ही गाली देकर खुद को दूध का धुला समझ रहे है पत्रकार महोदय  इस ऑडियो में मंदरूप वर्मा खुद गाली निकलते नजर आ रहे है लेकिन वो अपनी लाइव वीडियो में खुद को निर्दोष बता रहे है।इस तरह वो ओछी पत्रकारिता की मिसाल पेश कर रहे है।सरपंच जैसे पद पर विराजमान शख्स को तू तड़ाक व ऐसी तैसी जैस

भादरा खबर: रिपोर्टर मंदरूप के साथ हुई बदतमीजी,जानिए पूरा मामला

 भादरा खबर:23 जून आज मेलखेड़ा में भारतीय जनता पार्टी ने विजय संकल्प सम्मेलन का आयोजन किया था जिसमे पूर्व भादरा विधायक संजीव बेनीवाल,कमला कस्वां जैसे बड़े बड़े भाजपाई जनप्रतिनिधि आये हुए थे।इस आयोजन को मेलखेड़ा के युवा भाजपा नेता सुनील बराला ने आयोजित किया था। रिपोर्टर मंदरुप वर्मा इस आयोजन का लाइव टेलीकास्ट कर रहे थे जाने माने रिपोर्टर मंदरूप वर्मा भी इस कार्यक्रम की कवरिंग करने के लिए वहां अपनी टीम के साथ उपस्थित थे।यह कार्यक्रम बहुत ही शांति से चल रहा था कि अचानक मंदरूप को कार्यक्रम की कवरिंग करने से रोक दिया गया व उनके साथ धक्का मुक्की की गई। जानिए क्या था पूरा मामला इसी कार्यक्रम के दौरान सूरतपुरा पंचायत के वर्तमान सरपंच प्रताप बेनीवाल रिपोर्टर मंदरूप की किसी बात से इतना भड़क गए कि उन्हें कार्यक्रम से जाने का कह दिया।आपको बता दे कि मंदरूप वर्मा व सरपंच प्रताप बेनीवाल एक ही गांव सूरतपुरा से है।इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि ये मामला आपसी रंजिश का हो सकता है जिसे राजनीति से जोड़ा जा रहा है। वीडियो हो रहा है वायरल,सरपंच प्रताप बेनीवाल आये गुस्से में नजर रिपोर्टिंग के दौरान मंदरूप के साथ हुई

दिनेश कार्तिक खा सकते है वर्ल्ड कप मे ऋषभ पंत की जगह

 स्पोर्ट्स न्यूज ;भादरा खबर  साउथ अफ्रीका के साथ हाल ही मे सम्पन्न हुई सीरीज के बाद ये कयास लगाया जा रहा है की विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत टीम इंडिया से बाहर हो सकते है। इस सीरीज मे पहले मैच के अलावा ऋषभ पंत रन बनाने के लिए तरसते दिखाई दिए। आपको बता दे की इस सीरीज मे केएल राहुल को कप्तान बनाया गया था लेकिन सीरीज शुरू होने से एन पहले चोट लगने के कारण वो पूरी सीरीज से बाहर हो गए थे ।  केएल राहुल की चोट ने बनाया था ऋषभ पंत को टीम इंडिया का कप्तान  राहुल की चोट के कारण भारतीय क्रिकेट टीम की कमान ऋषभ पंत को मिली लेकिन पूरी सीरीज मे पंत की कप्तानी व बल्लेबाजी फ्लॉप साबित हुई। हालांकि इस सीरीज मे भारतीय टीम 2-2 की बराबरी पर रही थी लेकिन पहले व दूसरे मैच मे भारत की हार की एक वजह ऋषभ की कप्तानी भी है। कई दिग्गजों ने भी ऋषभ की कप्तानी ओर सवाल उठाए थे। ईशान किशन की जबरस्त फार्म ने बढाई ऋषभ की चिंता  साउथ अफ्रीका से हाल मे सम्पन्न सीरीज मे ईशान किशन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।ईशान किशन मैन ऑफ दी सीरीज के हकदार थे लेकिन भुवनेश्वर कुमार की शानदार परफ़ोर्मेंस ने बाजी मार ली। अग

अग्निपथ का हिंसक विरोध करने वाले देशद्रोही है?

टूर ऑफ ड्यूटी क्या है जिस पर इतना बवाल हो रहा है? भारत सरकार भारत की सेना में भर्ती होने के इच्छुक जवानों के लिए एक टूर ऑफ ड्यूटी नामक योजना लेकर आई है जिस पर काफी बवाल हो रहा है।इस योजना का नाम अग्निपथ रखा गया है व इसमें भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर नाम दिया गया है।    इसमे बवाल क्यों हो रहा है?   इस योजना में अग्निवीर सिर्फ चार साल के लिए ही भर्ती किये जायेंगे व रिटायर होने के बाद पेंसन जैसी सुविधाओ से वंचित रखे जाने के फैसलों से युवा काफी आक्रोश में है।इस योजना में भर्ती होने वाले युवाओं की उम्र सीमा 17.5 से 21 वर्ष की गई जो कि बाद में बढ़कर 23 वर्ष कर दी गई। इन्ही मुद्दों के कारण विभिन्न राज्यों में हिंसक तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुई है जिसमे उत्तरप्रदेश,बिहार,राजस्थान व हरियाणा जैसे राज्य शामिल है।  क्या बवाल होना जायज है?  जी नही! जब बात देश की सुरक्षा की हो तो इसमें बवाल करना गलत व अनैतिक माना जायेगा।बावजूद इसके कुछ विरोधी दलों की राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के चलते इसे अलग तरीके से परिभाषित करके युवाओं को भड़काया गया है।इसमे कुछ दोष सरकार का भी है जिसने पहले से चयनित जवान जिनकी जॉइन