आखिरकार किसान आंदोलन को सफल होते देख भादरा विधायक बलवान पूनियां भी इस बहती गंगा में हाथ धोने दिल्ली की तरफ चल पड़े। पंचायत समिति व जिला परिषद के चुनाव सम्पन्न होने के तुरंत बाद बलवान पूनियां ने भादरा से दिल्ली की तरफ रुख कर लिया है।2 दिसम्बर के दिन बलवान पुनियां अपने साथियों के साथ टिकरी बॉर्डर पहुंच चुके है।लोग सोशल मीडिया पर विधायक जी को ट्रोल कर सवाल पूछ रहे है कि चुनाव जरूरी थे या किसान आंदोलन। इस किसान आंदोलन में बलवान पूनियां का इतने दिनों बाद जाना सभी को अखर रहा है।किसान आंदोलन पिछले कई दिनों से चल रहा है लेकिन बलवान पूनियां जो कि एक किसान नेता है,द्वारा इतने दिनों बाद आंदोलन में पहुंचना यह दर्शाता है कि बलवान पुनिया जी अपनी राजनीति चमकाने में लगे है। हमारा यह पोस्ट डालने का यह बिल्कुल मतलब नही है कि हम किसान के हक में नही है या किसान आंदोलन के पक्ष में नही है।हम बिल्कुल खुले मन से किसान आंदोलन का समर्थन करते है लेकिन विधायक बलवान पुनिया द्वारा इस तरह की राजनीति की बिल्कुल आशा नही करते है। हमारा बलवान पुनिया जी से सीधा सवाल है कि अगर आप सच्चे किसान हितेषी थ